पंजाब और चंडीगढ़ में सर्दी इस समय चरम पर है। सुबह-शाम तेज ठंड और घनी धुंध ने लोगों की दिनचर्या को धीमा कर दिया है। तापमान में लगातार गिरावट जारी है और मौसम विभाग ने राज्य के आठ जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया है। पिछले एक दिन में प्रदेश का औसत तापमान 0.6 डिग्री कम हुआ, जो सामान्य से लगभग 1.6 डिग्री नीचे है।
फरीदकोट में सबसे अधिक ठंड, तापमान लुढ़का 3.2 डिग्री
फरीदकोट में न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री तक पहुंच गया, जिससे यह प्रदेश का सबसे ठंडा जिला बन गया। यहां की कड़ाके की सर्दी ने लोगों को परेशान कर दिया है। चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग अनावश्यक बाहर न निकलें और खुद को गर्म रखें।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से बढ़ा असर, 8 जिलों में ठंडी हवाओं का कहर
उत्तरी पंजाब में सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण हिमालयी क्षेत्रों से आने वाली ठंडी हवाएं तापमान को और गिरा रही हैं। आज जिन आठ जिलों में शीतलहर का असर सबसे ज्यादा रहा उनमें—फिरोजपुर, फरीदकोट, मुक्तसर, फाजिल्का, बठिंडा, मोगा, जालंधर और तरनतारन शामिल हैं। यहां न्यूनतम तापमान 3.2 से 8.6 डिग्री के बीच रिकॉर्ड हुआ।
अगले तीन दिन रहें सतर्क, मौसम में बड़ा बदलाव नहीं
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले सात दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम शुष्क बना रहेगा और धुंध कई क्षेत्रों में परेशानियां पैदा कर सकती है। तापमान अगले कुछ दिनों तक इसी स्तर पर रहने की उम्मीद है, इसलिए सुबह और रात के समय ठंड का असर और महसूस हो सकता है।
प्रदूषण भी बढ़ा, कई शहरों की हवा खराब श्रेणी में
ठंड के साथ प्रदूषण भी प्रदेश की हवा में घुलता जा रहा है। कई शहरों में AQI लगातार खराब श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया। सुबह 7 बजे की रिपोर्ट के अनुसार—
- मंडी गोबिंदगढ़: 253
- चंडीगढ़: 217
- अमृतसर: 185
- जालंधर: 168
- लुधियाना: 159
- खन्ना: 131
- पटियाला: 123
वहीं, रूपनगर और बठिंडा की हवा अपेक्षाकृत बेहतर रही।
ठंड और प्रदूषण दोनों से बचाव जरूरी
प्रदेश में ठंड बढ़ने के साथ वायु गुणवत्ता में गिरावट ने लोगों के लिए कठिनाइयां बढ़ा दी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि नागरिक गर्म कपड़ों के साथ मास्क पहनें और सुबह के समय बाहर निकलने से बचें। ठंड और प्रदूषण की यह दोहरी मार आने वाले दिनों में स्वास्थ्य पर और असर डाल सकती है।