तरणतारन विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने पंजाब की राजनीति में बड़ा संदेश दे दिया है। पंथक मानी जाने वाली इस सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने दमदार जीत दर्ज करते हुए सभी पारंपरिक दलों को पीछे छोड़ दिया। हरमीत सिंह संधू ने लगभग एकतरफा मुकाबले में जीत हासिल कर ली, जबकि कांग्रेस और भाजपा दोनों अपनी जमानत भी नहीं बचा सकीं।
हरमीत संधू की भारी जीत, अकाली दल ने दी हल्की टक्कर
16 राउंड की गिनती पूरी होने के बाद AAP उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू को कुल 42,649 वोट मिले।
शिअद की उम्मीदवार सुखविंदर कौर 30,558 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं।
दिलचस्प बात यह रही कि शुरुआती तीन राउंड तक अकाली दल आगे था, लेकिन चौथे राउंड के बाद AAP ने लीड लेना शुरू किया और फिर यह बढ़त लगातार बढ़ती चली गई।
कांग्रेस तीसरे स्थान के लिए भी जूझती रही, वॉरिस पंजाब दे ने पछाड़ा
कांग्रेस को इस सीट पर करारी शिकस्त मिली। उम्मीदवार कर्नबीर सिंह बुरज केवल 15,078 वोट हासिल कर पाए और उनकी जमानत जब्त हो गई।
कांग्रेस को वारिस पंजाब दे के उम्मीदवार मनदीप सिंह (19,620 वोट) से भी कम वोट मिले और वह चौथे नंबर पर आ गई।
भाजपा का प्रदर्शन सबसे कमजोर, जमानत तक नहीं बची
भाजपा का दावा था कि पार्टी इस बार तरणतारन में बेहतर प्रदर्शन करेगी, लेकिन नतीजे बिल्कुल उलटे आए। उम्मीदवार हर्जीत सिंह संधू सिर्फ 6,239 वोट जुटा सके और उनकी भी जमानत ज़ब्त हो गई।
यह परिणाम भाजपा के लिए गंभीर राजनीतिक संकेत माना जा रहा है।
गिनती शांतिपूर्ण, 16 राउंड में पूरा हुआ चुनावी प्रक्रिया
इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, तरणतारन में बनाए गए काउंटिंग सेंटर में कुल 16 राउंड में वोटों की गिनती की गई।
पहले तीन राउंड में अकाली दल आगे था, लेकिन चौथे राउंड के बाद पूरा खेल बदल गया और AAP निर्णायक बढ़त बनाती चली गई।
2022 की तुलना में कम वोटिंग, सीट डॉ. कश्मीर सिंह के निधन से खाली हुई थी
11 नवंबर को हुई उपचुनाव वोटिंग में 60.95% मतदान दर्ज किया गया, जो 2022 के 65.81% से कम है।
यह सीट तब खाली हुई जब 2022 में AAP से जीते विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल का निधन हो गया था।