पंजाब में बाढ़ से हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीमार होने के बावजूद कैबिनेट बैठक की और प्रभावित परिवारों के लिए अहम फैसले लिए। अस्पताल से ही बैठक में हिस्सा लेते हुए उन्होंने साफ कहा कि “लोगों की तकलीफ ही मेरी प्राथमिकता है।”
किसानों को मिलेगा 20 हजार रुपये प्रति एकड़
सरकार ने ऐलान किया है कि जिन किसानों की फसलें बाढ़ में बर्बाद हुई हैं, उन्हें 20,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा। यह राशि सीधे किसानों को चेक के रूप में सौंपी जाएगी ताकि किसी तरह की देरी न हो।
मृतकों के परिवार को 4 लाख रुपये
बाढ़ से जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों को सरकार की ओर से 4 लाख रुपये दिए जाएंगे। वहीं, जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके नुकसान का सर्वे कराकर उन्हें भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
कर्ज़ और पशुओं पर भी राहत
मान सरकार ने किसानों के लिए राहत पैकेज का दायरा बढ़ाते हुए यह भी घोषणा की कि को-ऑपरेटिव सोसाइटी और कृषि बैंकों से लिए गए कर्ज की किस्तें 6 महीने तक टाल दी जाएंगी। साथ ही, जिन परिवारों के पशुधन की मौत हुई है, उन्हें भी मुआवजा दिया जाएगा।
केजरीवाल और सिसोदिया ने की सराहना
सीएम मान के फैसलों को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने उनकी जमकर तारीफ की। दिल्ली के मुख्यमंत्री और “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इन्हें “ऐतिहासिक” करार दिया और कहा कि किसी भी राज्य सरकार ने अब तक अपने नागरिकों के लिए इतना बड़ा कदम नहीं उठाया।
पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीमार हालत में भी भगवंत मान का दिल केवल पंजाबियों की चिंता में धड़क रहा है।
कार्यकर्ताओं को दिया संदेश
केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे इन घोषणाओं को हर प्रभावित व्यक्ति तक पहुंचाने का जिम्मा उठाएं। उन्होंने इसे “पुण्य का कार्य” बताया और कहा कि इस मुश्किल घड़ी में हर किसी को एकजुट होकर सेवा करनी चाहिए।
पंजाब सरकार का यह कदम स्पष्ट करता है कि आपदा की इस घड़ी में सरकार केवल बयानबाज़ी तक सीमित नहीं है, बल्कि हर स्तर पर प्रभावित परिवारों को राहत देने के लिए ठोस कदम उठा रही है।