प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार ने जीएसटी में अगली पीढ़ी के सुधारों का ड्राफ्ट राज्यों को सौंप दिया है। उन्होंने भरोसा जताया कि राज्यों का सहयोग मिलने पर ये बदलाव दिवाली से पहले लागू हो सकते हैं।
आम लोगों और कारोबारियों को राहत
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि इन सुधारों का असर सिर्फ कारोबारियों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को भी सीधा फायदा मिलेगा। छोटे व्यापारी और उद्योग जगत भी कर प्रणाली के आसान होने से लाभान्वित होंगे।
लाल किले से हुई थी शुरुआत
प्रधानमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त को लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते समय ही उन्होंने जीएसटी सुधारों का संकेत दिया था। उन्होंने कहा, “हमारे लिए सुधार का अर्थ है प्रशासन को सरल और पारदर्शी बनाना।”
त्योहारों पर ‘दोहरा तोहफ़ा’
मोदी ने कहा कि इस दिवाली जीएसटी सुधारों से लोगों को दोहरा फायदा मिलेगा। एक ओर कर की दरें घटेंगी और दूसरी ओर प्रक्रिया सरल होगी, जिससे कारोबार और उपभोक्ता दोनों की मुश्किलें कम होंगी।
दो स्लैब का प्रस्ताव
खरड़े के मुताबिक जीएसटी में अब केवल 5% और 18% के दो स्लैब रह सकते हैं। अगर प्रस्ताव लागू हुआ तो 12% और 28% वाले स्लैब खत्म हो जाएंगे। इससे रोजमर्रा की वस्तुएं और कई सेवाएं सस्ती हो सकती हैं।
राज्यों से शीघ्र मंजूरी की अपील
प्रधानमंत्री ने राज्यों से अपील की कि वे प्रस्ताव पर जल्द फैसला लें, ताकि त्योहारों से पहले जनता को राहत दी जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों के सहयोग से देश की अर्थव्यवस्था को नई ताकत मिलेगी।
वैश्विक संकट में भारत को सहारा
मोदी ने कहा कि इस सुधार से भारत वैश्विक स्तर पर और मजबूत होगा। महंगे टैरिफ और व्यापारिक संकट के बीच यह कदम घरेलू बाजार को मजबूती देगा और निवेशकों का भरोसा बढ़ाएगा।