शुक्रवार, 29 अगस्त को भारतीय शेयर बाजार में दिनभर हलचल बनी रही। आखिरकार कारोबार के अंत में सेंसेक्स 270 अंक लुढ़ककर 79,809 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी 74 अंक फिसलकर 24,426 पर आ गया। निवेशकों के लिए यह सप्ताह नुकसानदेह साबित हुआ।
एशियाई बाजारों का मिला-जुला रुख
एशिया के प्रमुख बाजारों में शुक्रवार को अलग-अलग रुझान देखने को मिले। जापान का निकी 0.43% गिरकर 42,642 अंकों पर और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.15% टूटकर 3,191 पर कारोबार कर रहा था। इसके विपरीत, हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.74% चढ़कर 25,183 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.15% बढ़कर 3,849 पर पहुंच गया।
अमेरिका से आई मजबूती
अमेरिकी बाजारों ने गुरुवार, 28 अगस्त को सकारात्मक प्रदर्शन किया। डॉव जोन्स 0.16% बढ़कर 45,637 पर बंद हुआ। इसी तरह, नैस्डैक 0.53% और एस एंड पी 500 इंडेक्स 0.32% की बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि, इसका भारतीय बाजार पर खास असर नहीं दिखा।
एक दिन पहले की भारी गिरावट
गुरुवार, 28 अगस्त को बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। उस दिन सेंसेक्स 706 अंक टूटकर 80,081 और निफ्टी 211 अंक फिसलकर 24,501 पर बंद हुआ था। लगातार दो दिनों की गिरावट ने निवेशकों की चिंता और बढ़ा दी है।
निवेशकों के लिए संकेत
विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक बाजारों से मिले संकेत भारतीय बाजार पर दबाव बनाए हुए हैं। फिलहाल निवेशकों को सावधानीपूर्वक निवेश करने की सलाह दी जा रही है। हालांकि, दीर्घकालिक निवेशक इसे आकर्षक खरीदारी का अवसर भी मान सकते हैं।