आज (3 सितम्बर 2025, बुधवार) शेयर बाज़ार की शुरुआत कमजोर रही। शुरुआती घंटों में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में फिसलते नजर आए। निवेशक सतर्क थे और विदेशी बाज़ारों से मिले मिले-जुले संकेतों ने माहौल को और अनिश्चित बना दिया।
दोपहर बाद बदली तस्वीर
हालांकि, जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा, तस्वीर बदलने लगी। दोपहर के सत्र में खरीदारों की वापसी हुई और कई सेक्टरों में तेजी दिखी। इसका असर सीधे सूचकांकों पर पड़ा। कारोबार खत्म होते-होते सेंसेक्स ने शानदार वापसी करते हुए 80,567.71 पर ताला लगाया, यानी 409.83 अंकों की छलांग लगाई। वहीं निफ्टी भी मजबूती दिखाते हुए 24,700 के ऊपर बंद हुआ।
कल की गिरावट से मिली राहत
मंगलवार को बाज़ार ने निराश किया था। उस दिन सेंसेक्स 206 अंकों की गिरावट के साथ फिसल गया था। लेकिन आज की तेजी ने निवेशकों को राहत दी और माहौल में फिर से सकारात्मकता लौटा दी।
मेटल और फार्मा शेयर बने हीरो
बाज़ार की मजबूती के पीछे मेटल और फार्मा सेक्टर का बड़ा योगदान रहा। टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और हिंडाल्को जैसे शेयरों में दमदार उछाल आया। फार्मा कंपनियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया और निवेशकों को अच्छे रिटर्न दिए। इन दोनों सेक्टरों ने पूरे दिन की सुस्ती को रफ्तार में बदल दिया।
निवेशकों का भरोसा क्यों बढ़ा?
विश्लेषकों का कहना है कि घरेलू स्तर पर सरकार की नीतियां और हालिया आर्थिक फैसले निवेशकों के भरोसे को मजबूत कर रहे हैं। साथ ही विदेशी निवेशकों की खरीदारी और कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता ने भी बाज़ार को सहारा दिया।
आगे का रास्ता
जानकारों की मानें तो सेंसेक्स के लिए अगला लक्ष्य 81,000 अंक का होगा। अगर ग्लोबल मार्केट से झटके नहीं आते और कॉर्पोरेट नतीजे अच्छे रहे तो यह तेजी और लंबी दौड़ सकती है। हालांकि, वैश्विक आर्थिक स्थिति और अमेरिकी बाज़ारों की चाल पर भी पैनी नजर रखनी होगी।
आज के कारोबार ने यह साफ कर दिया कि सेंसेक्स में अभी दम बाकी है। शुरुआती गिरावट के बावजूद मज़बूत क्लोज़िंग ने निवेशकों का मनोबल बढ़ाया है। अगर यही सिलसिला जारी रहा, तो आने वाले दिनों में बाज़ार नए रिकॉर्ड बना सकता है।