भारतीय टीम के सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार (24 अगस्त) को सोशल मीडिया के जरिए अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। 37 वर्षीय पुजारा ने लिखा कि भारतीय जर्सी पहनना और देश का प्रतिनिधित्व करना उनके जीवन का सबसे बड़ा गौरव रहा, लेकिन अब समय है कि इस सफर को खत्म किया जाए।
टेस्ट क्रिकेट का भरोसेमंद नाम
पुजारा को अक्सर “भारत का वॉल” कहा गया। उन्होंने 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया और फिर अगले 13 साल तक भारतीय टीम के लिए मजबूत स्तंभ बने रहे। उनके खाते में 103 टेस्ट मैचों में 7195 रन हैं, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। 2023 में उन्होंने आखिरी बार भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेला था।
वनडे करियर छोटा रहा
पुजारा को वनडे में ज्यादा मौके नहीं मिले। उन्होंने सिर्फ 5 मैच खेले और 51 रन बनाए। उनका वनडे डेब्यू 2013 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हुआ था।
भावुक संदेश में जताया आभार
पुजारा ने अपने संदेश में लिखा, “जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तब सोचा भी नहीं था कि यह सफर इतना कुछ देगा। लेकिन हर अच्छी चीज का एक अंत होता है और पूरे आभार के साथ मैं क्रिकेट को अलविदा कहता हूं।”
उन्होंने बीसीसीआई, सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन और उन सभी टीमों का धन्यवाद किया जिनका हिस्सा वह रहे।
पर्दे के पीछे वालों को किया याद
रिटायरमेंट पोस्ट में पुजारा ने सिर्फ साथियों को ही नहीं, बल्कि नेट बॉलर्स, अंपायर, स्कोरर, ग्राउंड स्टाफ और सपोर्ट टीम को भी धन्यवाद कहा। उन्होंने लिखा कि खिलाड़ियों की सफलता के पीछे असली मेहनत करने वाले ये लोग ही होते हैं।
परिवार को दी सबसे बड़ी प्राथमिकता
पुजारा ने माना कि उनका पूरा करियर उनके परिवार के सहयोग के बिना संभव नहीं था। उन्होंने पत्नी पूजा, बेटी अदिति और माता-पिता का आभार जताते हुए कहा कि अब वह परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं।
घरेलू क्रिकेट में सुनहरे आंकड़े
चेतेश्वर पुजारा का घरेलू क्रिकेट रिकॉर्ड भी कमाल का है। उन्होंने 278 फर्स्ट क्लास मैचों में 21,301 रन बनाए हैं। वह इस मामले में भारत के चौथे सबसे बड़े रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ उनसे ऊपर हैं।
लिस्ट-ए क्रिकेट में उन्होंने 130 मैचों में 5759 रन बनाए और टी20 में 71 मैचों से 1556 रन हासिल किए।
IPL में भी आजमाया किस्मत
पुजारा ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी हिस्सा लिया। वह कोलकाता नाइट राइडर्स, पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेले। हालांकि, यहां उनका प्रदर्शन सीमित रहा और उन्होंने 30 मैचों में 390 रन बनाए।
एक मिसाल बनकर रहेंगे पुजारा
चेतेश्वर पुजारा का नाम भारतीय क्रिकेट में हमेशा उस खिलाड़ी के रूप में लिया जाएगा जिसने धैर्य, क्लासिक बल्लेबाजी और दृढ़ इच्छाशक्ति से टीम इंडिया को कई मुश्किल हालात से निकाला। उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा रहेगा।