पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को राज्य के विभिन्न विभागों में चयनित 271 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ नौकरी नहीं बल्कि युवाओं के लिए एक नई शुरुआत और जिम्मेदारी का अवसर है।
हजारों युवाओं को मिला रोज़गार
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि मौजूदा कार्यकाल में अब तक 55,201 नौजवानों को सरकारी सेवाओं में जगह दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के समय सरकारी नौकरी सिर्फ सपनों तक सीमित थी, लेकिन उनकी सरकार ने इस सोच को बदल दिया है।
योग्यता ही है सफलता की चाबी
CM मान ने स्पष्ट किया कि अब नौकरी पाने के लिए किसी सिफारिश या रिश्वत की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “हमने व्यवस्था को इतना पारदर्शी बनाया है कि केवल मेहनत और काबिलियत ही नौकरी दिला सकती है।” उन्होंने युवाओं को भरोसा दिलाया कि इस प्रक्रिया में किसी तरह का भेदभाव नहीं होगा।
युवाओं को दिया संदेश
नए नियुक्त युवाओं को प्रेरित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में मेहनत और ईमानदारी से बढ़कर कोई हथियार नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि “जितना दिमाग को तराशोगे, उतना ही तेज़ होगा।” उन्होंने युवाओं से कहा कि वे अपने काम को पूरी निष्ठा से करें और पंजाब की प्रगति में योगदान दें।
शिक्षा व्यवस्था पर भी बोले CM
मान ने कहा कि पहले सरकारी स्कूलों की स्थिति बेहद खराब थी, जहां बच्चों को मिड-डे-मील में सिर्फ दलिया मिलता था। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने बच्चों के भविष्य के बारे में कभी गंभीरता से नहीं सोचा। लेकिन अब उनकी सरकार शिक्षा सुधार और रोज़गार के अवसरों पर लगातार काम कर रही है।
पारदर्शी और न्यायपूर्ण भर्ती प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने भर्तियों की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में और भी युवाओं को उनके योग्यतानुसार सरकारी सेवाओं में शामिल किया जाएगा।