भारतीय ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स ने अब अपने पंख विदेशों में भी फैला दिए हैं। जोहान्सबर्ग के सैंडटन में आयोजित एक ग्रैंड इवेंट में कंपनी ने एक साथ चार नए मॉडल—Harrier, Curvv, Punch और Tiago—दक्षिण अफ्रीका की सड़कों पर उतारे। इस लॉन्च के साथ टाटा ने साफ कर दिया कि उसका अगला बड़ा फोकस इंटरनेशनल मार्केट है।
Motus Holdings के साथ मजबूत साझेदारी
टाटा मोटर्स ने यह कदम अकेले नहीं उठाया है। उसने दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी Motus Holdings के साथ हाथ मिलाया है। दोनों कंपनियां मिलकर वहां की ऑटो इंडस्ट्री में नया अध्याय लिखना चाहती हैं। यह सहयोग सिर्फ कार बेचने तक सीमित नहीं होगा, बल्कि लंबे समय तक भरोसेमंद मोबिलिटी समाधान देने की दिशा में होगा।
चारों गाड़ियों की खासियत
टाटा मोटर्स ने जो मॉडल पेश किए हैं, वे अलग-अलग जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं।
- Harrier : दमदार SUV, पावर और लक्जरी का मेल।
- Curvv : स्पोर्टी लुक और एडवांस फीचर्स वाली कार, खासकर युवा ग्राहकों को ध्यान में रखकर।
- Punch : कॉम्पैक्ट लेकिन स्टाइलिश SUV, जो शहरी और ग्रामीण दोनों सड़कों पर फिट बैठे।
- Tiago : किफायती और स्मार्ट हैचबैक, मिडिल क्लास फैमिली के लिए परफेक्ट चॉइस।
डीलरशिप नेटवर्क पर बड़ा दांव
टाटा मोटर्स की भारत में पिछले पांच सालों की बिक्री 350% तक बढ़ी है। अब यही कहानी कंपनी दक्षिण अफ्रीका में दोहराना चाहती है। फिलहाल वहां इसकी 40 डीलरशिप हैं, जिन्हें 2026 तक बढ़ाकर 60 करने की योजना है। इससे ग्राहकों तक पहुंच आसान होगी और आफ्टरसेल्स सर्विस भी मजबूत बनेगी।
मैनेजमेंट ने बताया विजन
टाटा मोटर्स के एमडी शैलेश चंद्रा का कहना है कि यह लॉन्च कंपनी की ग्लोबल जर्नी का अहम हिस्सा है। वहीं Motus Holdings के सीईओ ओकेर्ट जांस वैन रेनस्बर्ग ने कहा कि यह साझेदारी सिर्फ कारोबारी सौदा नहीं है, बल्कि यह दक्षिण अफ्रीका के लोगों के लिए बेहतर मोबिलिटी और भरोसे का प्रतीक बनेगी।
रोजगार और ट्रेनिंग की सौगात
दिलचस्प बात यह है कि टाटा मोटर्स सिर्फ गाड़ियां बेचने पर नहीं, बल्कि वहां की समाजिक और आर्थिक तरक्की में भी योगदान देगी। कंपनी स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार, स्किल डेवलपमेंट और ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने वाली है। साथ ही, ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए आसान फाइनेंसिंग स्कीमें भी पेश की जाएंगी।
अफ्रीका से दुनिया तक सफर
टाटा मोटर्स का यह कदम उसकी ग्लोबल स्ट्रैटेजी की झलक है। भारत में सफलता के बाद अब कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहचान मजबूत करना चाहती है। दक्षिण अफ्रीका इसका पहला बड़ा पड़ाव है और आने वाले समय में टाटा मोटर्स कई और देशों में दस्तक दे सकती है।