त्योहारी सीजन से पहले ऑटो सेक्टर पर मंदी के बादल मंडराने लगे हैं। अगस्त 2025 में पैसेंजर कारों की बिक्री सालाना आधार पर 7.3% गिर गई। इसकी बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि खरीदार जीएसटी सुधारों के बाद कीमतों में कटौती का इंतजार कर रहे हैं।
मोदी सरकार का दिवाली वादा
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था कि दिवाली से पहले जीएसटी स्लैब में सुधार लागू होगा। चर्चाओं के मुताबिक छोटी कारों पर जीएसटी दर 28% से घटाकर 18% की जा सकती है। ऐसे में ग्राहकों को उम्मीद है कि वाहनों की कीमत 7-8% तक घटेगी। यही वजह है कि नई कारों की खरीद फिलहाल टल रही है।
अगस्त की तस्वीर: चौथे महीने भी गिरावट
ऑटो इंडस्ट्री डेटा के मुताबिक अगस्त में 3.3 लाख यूनिट पैसेंजर गाड़ियां बिकीं, जबकि पिछले साल अगस्त में यह आंकड़ा 3.56 लाख यूनिट था। यह लगातार चौथा महीना है जब बिक्री गिरी है। एसयूवी और मिनी कार सेगमेंट पर असर सबसे ज्यादा पड़ा है।
कंपनी-वार रिपोर्ट: मारुति से टाटा तक
- मारुति सुजुकी: अगस्त में कुल बिक्री 1,80,683 यूनिट रही। मिनी कारें 6,853 यूनिट (घटकर), कॉम्पैक्ट सेगमेंट 59,597 यूनिट (बढ़कर), जबकि एसयूवी 14% गिरकर 54,043 यूनिट पर आ गई।
- हुंडई: 60,501 यूनिट बिकीं, जो पिछले साल से 4.23% कम हैं। घरेलू बाजार में सबसे ज्यादा गिरावट रही।
- महिंद्रा: एसयूवी बिक्री 9% घटकर 39,399 यूनिट। हालांकि कुल सेल्स (पैसेंजर + कमर्शियल) 75,901 यूनिट रही।
- टाटा मोटर्स: पैसेंजर कारों की बिक्री 3% घटकर 43,315 यूनिट रही। घरेलू बिक्री 7% गिरी, लेकिन एक्सपोर्ट्स में जबरदस्त 573% का उछाल आया।
टू-व्हीलर सेगमेंट: बेहतर प्रदर्शन
जहां पैसेंजर कार बाजार सुस्त पड़ा, वहीं दोपहिया कंपनियों ने मजबूती दिखाई।
- हीरो मोटोकॉर्प: 8% बढ़कर 5,53,727 यूनिट।
- टीवीएस: 28% की छलांग लगाकर 3,68,862 यूनिट।
- रॉयल एनफील्ड: 57% उछलकर 1,02,876 यूनिट।
- सुजुकी: 5% बढ़कर 91,629 यूनिट।
- बजाज: घरेलू बिक्री 12% घटकर 1,84,109 यूनिट।
स्पष्ट है कि इस वक्त ग्राहक नई जीएसटी दरों का इंतजार कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली से पहले अगर टैक्स कटौती लागू हो जाती है तो छोटी और मिड-साइज कारों की मांग तेज होगी और बिक्री को बड़ा बूस्ट मिल सकता है। दूसरी तरफ टू-व्हीलर्स ने अगस्त में सकारात्मक रफ्तार दिखाई है, जो आने वाले त्योहारों में और बढ़ सकती है।