भारत में चांदी को आमतौर पर “गरीबों का सोना” कहा जाता है, लेकिन अब इसकी कीमतें भी सोने की तरह तेज़ी से बढ़ रही हैं। हाल ही में, 4 जून 2025 को चांदी की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना दिया। 1 किलो चांदी का भाव 540 रुपये बढ़कर 1,01,000 रुपये हो गया। यह अब तक की सबसे ऊँची कीमत मानी जा रही है। इससे पहले चांदी का अधिकतम रेट 28 मार्च को 1,00,934 रुपये था।
चांदी की कीमतों में यह बढ़ोतरी अचानक नहीं हुई। पिछले कुछ महीनों से चांदी लगातार महंगी होती जा रही है। इसकी वजहें अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में मांग का बढ़ना, निवेशकों की दिलचस्पी और भू-राजनीतिक हालात हैं। जानकारों के अनुसार, 2024 में अब तक चांदी की कीमतों में करीब 21% तक का उछाल देखा जा चुका है, और आगे और बढ़ोतरी संभव है।
चांदी क्यों हो रही है महंगी?
- औद्योगिक मांग बढ़ी: चांदी का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल और मेडिकल उपकरणों में भी होता है। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी और ग्रीन एनर्जी सेक्टर का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे चांदी की डिमांड भी बढ़ रही है।
- सुरक्षित निवेश का साधन: जब शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होता है या दुनिया में तनाव बढ़ता है, तो लोग सोना और चांदी जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख करते हैं। यही वजह है कि चांदी की कीमतें ऊपर जा रही हैं।
- मजबूत आर्थिक स्थिति: भारत और दुनियाभर की आर्थिक स्थितियाँ धीरे-धीरे सुधर रही हैं। इस कारण भी लोग निवेश के लिए चांदी को चुन रहे हैं।
सोने की कीमतों में भी हल्की बढ़त
चांदी के साथ-साथ सोने के दामों में भी इज़ाफा हुआ है। 24 कैरेट सोने के 10 ग्राम का भाव 121 रुपये बढ़कर 96,988 रुपये पहुंच गया। इससे पहले यह 96,867 रुपये था। हालांकि सोने की कीमतें अब भी अपने अब तक के उच्चतम स्तर (99,100 रुपये/10 ग्राम – अप्रैल 2025) से नीचे हैं।
22 कैरेट सोने की कीमत भी 88,730 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जिसमें 171 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई।
निवेश का सही समय?
कई विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर चांदी की कीमतें कुछ समय के लिए गिरती हैं, जैसे 94,000–95,000 रुपये प्रति किलो, तो ये निवेश करने का अच्छा मौका हो सकता है। साल 2025 के अंत तक, चांदी की कीमत 1.30 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुँच सकती है, यानी निवेशकों को करीब 29% तक का रिटर्न मिल सकता है।
लेकिन इसमें जोखिम भी हो सकता है, क्योंकि हाल के दिनों में 1 लाख रुपये के स्तर पर मुनाफा वसूली (Profit Booking) भी देखी गई है। इसलिए निवेश करने से पहले बाज़ार की चाल को समझना जरूरी है।
चांदी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और यह इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है। अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, तो चांदी एक मजबूत विकल्प हो सकता है। यह न केवल गहनों में इस्तेमाल होती है, बल्कि इसका औद्योगिक और तकनीकी इस्तेमाल भी काफी है। इसके चलते इसकी डिमांड और कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
हालांकि निवेश करने से पहले अपनी ज़रूरत, बजट और बाज़ार के हालात को ध्यान में रखना जरूरी है। सही समय पर निवेश करने से आपको भविष्य में अच्छा मुनाफा मिल सकता है।