चंडीगढ़ में वाहन मालिकों के लिए आयोजित फैंसी नंबरों की ई-नीलामी इस बार बड़े ही अनोखे अंदाज़ में चर्चा में रही। इस नीलामी ने पिछले सालों के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। सबसे ज़्यादा सुर्खियाँ बटोरने वाला नंबर रहा 0001, जो आश्चर्यजनक रूप से 36.43 लाख रुपये में बिका। इस रकम में कोई नई SUV खरीद सकता है, लेकिन कई चंडीगढ़वासी इसके लिए सिर्फ नंबर पर पैसा लगाने को तैयार हैं।
चार दिन चली ई-नीलामी
रजिस्टरिंग एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी (RLA) ने 19 से 22 अगस्त 2025 तक नीलामी का आयोजन किया। इस दौरान न केवल नई सीरीज़ CH01-DA बल्कि पुरानी सीरीज़ के चुनिंदा नंबर भी उपलब्ध कराए गए। चार दिनों तक चले इस ऑनलाइन इवेंट में लोगों ने जमकर बोली लगाई।
577 नंबरों से मिला 4 करोड़ का राजस्व
अथॉरिटी ने बताया कि कुल 577 फैंसी नंबर नीलाम किए गए। इनसे विभाग को 4.08 करोड़ रुपये की कमाई हुई। हैरानी की बात यह रही कि केवल टॉप-7 नंबरों से ही विभाग ने 1.28 करोड़ रुपये अर्जित कर लिए।
अब तक की सबसे बड़ी कमाई
अधिकारियों का कहना है कि यह नीलामी विभाग के इतिहास की सबसे सफल नीलामी साबित हुई। RLA के अधिकारी प्रद्युमन सिंह ने बताया कि “इस साल का रिस्पॉन्स हमारी उम्मीदों से कहीं ज़्यादा रहा है। पिछले सभी रिकॉर्ड टूट चुके हैं और यह हमारे लिए गर्व का विषय है।”
पिछले साल से दोगुना राजस्व
अगर पिछले साल की बात करें तो CH01-CW सीरीज़ की नीलामी से विभाग को 2.26 करोड़ रुपये मिले थे। उस समय 0001 नंबर 16.50 लाख और 0009 नंबर 10 लाख रुपये में नीलाम हुआ था। वहीं, इस बार 0001 नंबर ने अकेले ही 36 लाख पार करके नया इतिहास रच दिया।
कैसे मिलते हैं ये नंबर
फैंसी नंबर पाने के लिए सबसे पहले नेशनल ट्रांसपोर्ट की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके बाद बोलीदाता अपनी पसंद का नंबर चुनकर उस पर ऑनलाइन बोली लगाते हैं। जिसकी बोली सबसे ऊँची होती है, उसे नंबर अलॉट कर दिया जाता है। शर्त यह है कि पूरे पैसे तुरंत जमा कराने पड़ते हैं।
स्टेटस सिंबल बन चुके हैं फैंसी नंबर
चंडीगढ़ अपने रईसी और शोख़ जीवनशैली के लिए जाना जाता है। यहाँ के लोग अपनी गाड़ियों को भी स्टेटस सिंबल मानते हैं। यही वजह है कि कई बार वाहन मालिक गाड़ी की कीमत से भी ज़्यादा पैसा उसके रजिस्ट्रेशन नंबर पर खर्च कर देते हैं। इस बार की नीलामी ने यह साफ कर दिया कि फैंसी नंबरों का क्रेज़ शहर में लगातार बढ़ रहा है।