सुबह हल्दी का पानी या रात को हल्दी वाला दूध? जानिए कौन-सा पेय आपके शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद है

हल्दी भारत की रसोई का वो मसाला है जो हर डिश को रंग और स्वाद दोनों देता है, लेकिन इसकी असली ताकत इसके औषधीय गुणों में छिपी है। इसमें मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व हल्दी को न सिर्फ पीला रंग देता है बल्कि इसे एक पावरफुल नेचुरल मेडिसिन भी बनाता है। करक्यूमिन अपने सूजन कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और शरीर को रोगों से बचाने वाले गुणों के लिए जाना जाता है।

आजकल लोग अपनी दिनचर्या में हल्दी को कई रूपों में शामिल कर रहे हैं — किसी के लिए सुबह का हल्दी पानी हेल्दी डिटॉक्स है, तो किसी के लिए रात का हल्दी दूध सुकूनभरा ड्रिंक। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दोनों के फायदे अलग-अलग हैं? चलिए समझते हैं।


सुबह का साथी — हल्दी पानी

हल्दी पानी बनाना बेहद आसान है। बस एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालें, चाहें तो थोड़ा शहद या नींबू भी मिला सकते हैं।

फायदे:
हल्दी पानी सुबह खाली पेट पीना शरीर को अंदर से साफ करने का काम करता है। यह लिवर को मजबूत बनाता है और शरीर से हानिकारक तत्वों को निकालता है। डाइजेशन सुधारता है, पेट की सूजन और गैस जैसी समस्याओं से राहत देता है।
कम कैलोरी होने के कारण यह वजन कम करने वालों के लिए भी एक बढ़िया विकल्प है।

ध्यान रखें:
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन पानी में पूरी तरह नहीं घुलता, इसलिए शरीर इसे सीमित मात्रा में ही अवशोषित कर पाता है। यही कारण है कि यह हल्की समस्याओं के लिए तो असरदार है, लेकिन बड़ी सूजन या दर्द में उतना असर नहीं दिखाता।

पीने का सही समय:
सुबह खाली पेट हल्दी पानी पीना सबसे फायदेमंद होता है।


रात की सुकूनभरी चुस्की — हल्दी वाला दूध

हल्दी वाला दूध भारतीय परिवारों में पीढ़ियों से रात के समय पिया जाता है। इसे दूध में हल्दी और थोड़ी सी काली मिर्च डालकर हल्का गर्म करके बनाया जाता है।

फायदे:
यह ड्रिंक सर्दी-जुकाम, खांसी और संक्रमण से बचाव में कारगर है। दूध में मौजूद फैट की वजह से करक्यूमिन शरीर में बेहतर तरीके से घुलता है, जिससे जोड़ों के दर्द और सूजन में आराम मिलता है।
गर्म दूध नींद लाने में मदद करता है, जबकि हल्दी दिमाग को शांत करती है। यही वजह है कि यह एक नेचुरल स्लीप ड्रिंक भी माना जाता है। साथ ही यह कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर है, जो हड्डियों और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद है।

ध्यान रखें:
हल्दी दूध में कैलोरी ज्यादा होती है। अगर आप लैक्टोज इंटॉलरेंट हैं तो इसे बादाम, सोया या ओट मिल्क से भी बना सकते हैं।

पीने का सही समय:
सोने से आधा घंटा पहले हल्दी वाला दूध पीना शरीर को आराम देता है और नींद की गुणवत्ता बढ़ाता है।


अगर सुबह का हल्दी पानी आपके शरीर को डिटॉक्स और एनर्जी देता है, तो रात का हल्दी दूध शरीर को आराम और पोषण देता है।
एक दिन में दोनों को शामिल करना आपके डेली वेलनेस रूटीन को पूरी तरह बदल सकता है। हल्दी वास्तव में वो जादुई तत्व है जो छोटी-सी मात्रा में भी आपकी पूरी सेहत को संवार सकता है।

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