बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच नया विवाद खड़ा हो गया है। AAP ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के कुछ नेता दिल्ली और बिहार दोनों जगह वोट डाल रहे हैं, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं।
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीजेपी नेताओं ने दो राज्यों में एक साथ वोटिंग की और यह “लोकतंत्र के साथ धोखा” है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा और दिल्ली बीजेपी के पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष संतोष ओझा ने फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट किया था, और अब बिहार चुनाव में भी वोट डाल रहे हैं।
“बीजेपी कर रही मतदाता धोखाधड़ी” – सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने डुप्लिकेट वोटरों को हटाने की प्रक्रिया के बावजूद बीजेपी नेताओं ने “बड़े पैमाने पर मतदाता धोखाधड़ी” की है। उन्होंने कहा कि यह घटना भारतीय लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है।
अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी भारद्वाज ने बीजेपी पर संगठित तरीके से वोटरों को बिहार भेजने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि करनाल जिले में बीजेपी नेताओं ने बिहार भेजने के लिए वोटरों की ट्रेन यात्रा की व्यवस्था की थी। भारद्वाज के मुताबिक, “बीजेपी की इस प्लानिंग की वजह से इस बार बिहार में रिकॉर्ड मतदान हुआ है।”
BJP का जवाब – “AAP कर रही झूठी राजनीति”
AAP के आरोपों को बीजेपी ने सिरे से खारिज कर दिया है। राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि उन्होंने कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए अपना नाम दिल्ली की मतदाता सूची से हटवाया और बिहार के बेगूसराय जिले में दर्ज कराया है। उन्होंने कहा, “AAP निराधार बातें फैला रही है। जिन लोगों को लोकतंत्र की समझ नहीं, वे संविधान में विश्वास करने वालों पर सवाल उठा रहे हैं।”
वहीं, संतोष ओझा ने भी AAP के आरोपों को “राजनीतिक ड्रामा” बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने बक्सर से चुनाव लड़ने की तैयारी में बिहार की मतदाता सूची में नाम दर्ज कराया है। “AAP चुनावी हार से परेशान है, इसलिए भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है,” ओझा ने कहा।
चुनाव के बीच बढ़ी सियासी सरगर्मी
AAP और बीजेपी के बीच यह विवाद बिहार चुनाव के बीच नया मोड़ ले चुका है। एक ओर जहां AAP ने इस मामले की जांच की मांग की है, वहीं बीजेपी ने इसे “हताशा की राजनीति” बताया है। अब नज़रें इस पर हैं कि क्या चुनाव आयोग इस मामले में कोई आधिकारिक कार्रवाई करेगा या नहीं।