पंजाब की महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। राज्य की समाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने घोषणा की है कि पंजाब सरकार जल्द ही राज्यभर की सभी महिलाओं को प्रति माह 1000 रुपये की आर्थिक सहायता देना शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि यह योजना बिना किसी भेदभाव के लागू की जाएगी और इसे आगामी विधानसभा सत्र के बाद शुरू किया जाएगा।
हरियाणा की योजना पर उठाए सवाल
डॉ. बलजीत कौर ने हरियाणा सरकार की ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ को महिलाओं के साथ “धोखा” बताया। उन्होंने कहा कि इस योजना से हरियाणा की केवल 3.73 प्रतिशत महिलाएं ही लाभान्वित हुई हैं।
हरियाणा में लगभग 1.40 करोड़ महिलाओं में से सिर्फ 5 लाख महिलाओं को पहली किस्त मिली है, जबकि बाकी 96 प्रतिशत महिलाएं योजना से बाहर रह गईं।
डॉ. कौर ने कहा, “ऐसी नीतियां महिलाओं के सशक्तिकरण की भावना के खिलाफ हैं और यह साफ तौर पर भेदभावपूर्ण हैं।”
सख्त शर्तों ने योजना को किया कमजोर
पंजाब मंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार की इस योजना में ऐसी कड़ी शर्तें हैं, जिनकी वजह से अधिकांश महिलाएं पात्र नहीं बन पाईं।
इनमें यह शर्तें शामिल हैं —
- वार्षिक आय 1 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- उम्र 23 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- यदि महिला का पति किसी अन्य राज्य से है, तो वह योजना से बाहर।
- अगर परिवार का कोई सदस्य पहले से पेंशन ले रहा है, तो पात्रता समाप्त।
इन कारणों से गरीब घरों की महिलाएं, विधवाएं, नवविवाहिताएं और छात्राएं योजना के लाभ से वंचित रह गईं।
पंजाब सरकार का वादा: सबके लिए समान अधिकार
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब सरकार की नई योजना में ऐसी कोई सीमाएं नहीं होंगी। राज्य की हर महिला, चाहे वह किसी भी वर्ग, धर्म या इलाके की हो, 1000 रुपये प्रति माह की मदद पाएगी।
उन्होंने कहा, “यह योजना पंजाब की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी।”
महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम
मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है। यह नई पहल महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाएगी और उन्हें समाज में और मजबूत बनाएगी।
“हर महिला को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना ही असली प्रगति है।” – डॉ. बलजीत कौर