भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा तीन साल पहले सर्कुलेशन से हटाए गए ₹2000 के नोटों की वापसी लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन अब भी कुछ बड़ी राशि जनता के पास पड़ी हुई है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, ₹5,817 करोड़ मूल्य के गुलाबी नोट अभी तक वापस नहीं आए हैं। यानी कुल सर्कुलेशन का 1.63% हिस्सा अभी भी बाहर है।
अधिकांश नोट लौटे, फिर भी बची बड़ी रकम
आरबीआई ने 19 मई 2023 को ₹2000 के नोटों को चलन से हटाने की घोषणा की थी। अब तक 98.37% नोट वापस आ चुके हैं, लेकिन कुछ लोग अभी भी इन नोटों को जमा नहीं करा पाए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 अक्टूबर 2025 तक यह रकम अभी भी बाजार में बनी हुई है।
क्लीन नोट पॉलिसी के तहत लिया गया फैसला
₹2000 के नोटों को आरबीआई ने “क्लीन नोट पॉलिसी” के तहत बंद किया था। नोटबंदी के बाद नवंबर 2016 में इन्हें लाया गया था ताकि तत्काल नकदी की समस्या को दूर किया जा सके। लेकिन धीरे-धीरे जब अन्य मूल्यवर्ग के नोट पर्याप्त मात्रा में प्रचलन में आ गए, तब इन बड़े नोटों को सर्कुलेशन से हटाने का निर्णय लिया गया।
सर्कुलेशन घटकर रह गया ₹5,817 करोड़
जब ये नोट बंद किए गए थे, तब बाजार में लगभग ₹3.56 लाख करोड़ मूल्य के ₹2000 के नोट मौजूद थे। अब यह आंकड़ा घटकर ₹5,817 करोड़ पर आ गया है। यानी देश के लोगों ने बड़ी संख्या में इन नोटों को बैंक या आरबीआई में जमा कराया है।
कहां करा सकते हैं नोटों का एक्सचेंज
आरबीआई ने शुरुआती चरण में सभी बैंकों की शाखाओं में ₹2000 के नोट बदलवाने की सुविधा दी थी, जिसकी अंतिम तिथि 7 अक्टूबर 2023 थी। बाद में यह सुविधा सीमित करते हुए केवल आरबीआई के 19 दफ्तरों में नोट बदलवाने की अनुमति दी गई। ये दफ्तर अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ, चंडीगढ़, चेन्नई, पटना और अन्य शहरों में स्थित हैं।
इंडिया पोस्ट से भी कर सकते हैं जमा
जो लोग बैंक नहीं जा सकते, वे इंडिया पोस्ट (India Post) की सेवा का उपयोग करके अपने ₹2000 के नोट आरबीआई के किसी भी कार्यालय में भेज सकते हैं। इसके बदले में नोटों की राशि सीधे उनके बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी।
कानूनी मुद्रा बने हुए हैं ₹2000 के नोट
आरबीआई ने साफ किया है कि ₹2000 के नोट अभी भी लीगल टेंडर हैं। यानी इनसे भुगतान किया जा सकता है, हालांकि रिजर्व बैंक ने नागरिकों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द इन्हें वापस करें ताकि “क्लीन नोट पॉलिसी” को पूरी तरह लागू किया जा सके।