पंजाब सरकार ने मोहाली जिले के डेराबस्सी क्षेत्र के लिए एक बड़ी सौगात दी है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने गांव मुबारकपुर में
100 बिस्तरों वाला आधुनिक कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) अस्पताल बनाने की मंजूरी दे दी है।
यह अस्पताल लगभग 4.5 एकड़ जमीन पर बनेगा, जो पहले अंग्रेजों के समय बने PWD रेस्ट हाउस की थी।
इससे डेराबस्सी और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले करीब 50,000 मजदूरों और कर्मचारियों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी।
20 साल पुरानी मांग हुई पूरी
डेराबस्सी और लालड़ू इलाकों में करीब 500 छोटे-बड़े उद्योग हैं,
जहां हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं।
मौजूदा समय में जिले में सिर्फ मोहाली स्थित एक 50-बेड का ईएसआई अस्पताल है,
जिससे मजदूरों को भर्ती या सर्जरी के लिए काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।
स्थानीय संगठनों की दो दशकों पुरानी मांग अब पूरी होती दिख रही है।
सरकार ने 4 एकड़ 4 कनाल 11 मरले जमीन को स्वास्थ्य विभाग को सौंपकर
इस अस्पताल के निर्माण का रास्ता साफ कर दिया है।
मिलेगी आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं
नए अस्पताल में मजदूर वर्ग को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।
अस्पताल में मातृत्व एवं शिशु देखभाल, आपातकालीन सेवा, डायग्नोस्टिक लैब, एक्स-रे,
फार्मेसी और विशेषज्ञ ओपीडी सुविधाएं होंगी।
इस प्रोजेक्ट से डेराबस्सी क्षेत्र एक स्वास्थ्य हब के रूप में उभरेगा और
औद्योगिक इलाकों के कामगारों को अपने नजदीक इलाज की सुविधा मिलेगी।
मुबारकपुर साइट को चुना गया सबसे उपयुक्त
डिप्टी कमिश्नर के आदेश पर गठित साइट सिलेक्शन कमेटी ने
रामगढ़-ढकोली रोड स्थित मुबारकपुर रेस्ट हाउस की जांच की थी।
सड़क संपर्क, औद्योगिक इलाकों से नजदीकी और आसान पहुंच को देखते हुए
इसी स्थान को अस्पताल निर्माण के लिए चुना गया।
स्थानीय जैन सभा, मुबारकपुर ने यह मांग रखी है कि
अस्पताल का नाम जैन मुनि नेमचंद के नाम पर रखा जाए,
ताकि क्षेत्र की धार्मिक भावना को भी सम्मान मिल सके।
स्वास्थ्य ढांचे में बड़ा कदम
डेराबस्सी का यह ईएसआई अस्पताल इलाके के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करेगा।
सरकार का कहना है कि इससे मजदूरों, कर्मचारियों और उनके परिवारों को
सस्ता और समय पर इलाज मिलेगा।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब सरकार “स्वस्थ और खुशहाल पंजाब” की दिशा में
निरंतर काम कर रही है, और यह अस्पताल उसी मिशन का हिस्सा है।